दबंग रिपोर्ट शिवपुरी-
आज अमावस्या है और चार दिन बाद गणेश चतुर्थी है और गणेश प्रतिमाओं की स्थापना होना है एैसे में भारी बारिश के चलते गणेश प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकारों के सामने विकट समस्या आन खड़ी है। गणेश प्रतिमा बनाने वाले कलाकारों का यह हाल है कि ना तो मूर्ति ही सूख पा रही है और ना ही उन पर कलर फैंका जा रहा है एैसे में मरता क्या ना करता कि तर्ज पर इनके द्वारा घाटे का सौदा करते हुए लोगों के एडवांस तैयार हो रही मूर्तियों को सुखाने हेतु गैस सिलेण्डर का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। और एक आदमकद मूर्ति में कम से कम इन्हें 6 घंटे मात्र सुखाने में लग रहे हैं,जिसमें आधे से ज्यादा सिलेण्डर भी खर्च करना पड़ रहा है,परेशानी यह है कि एैसे में उन्हें सिलेण्डर भी नहीं मिल पा रहे हैं और यदि मिल भी रहे हैं तो सिलेण्डर भी ब्लेक में खरीदना पड़ रहे हैं और मूर्तियों पर कलर करने में भी इन्हें परेशानी हो रही है,मूॢत की मिटटी अधिक सीलन हो जाने के कारण वह कलर नहीं पकड़ पा रही है और कलर पकड़ भी रही है तो पूरा कलर मिटटी पी जा रही है अब एैसे में करें तो क्या करें। एैसे में जो कारीगर पूरी तरह इस व्यवसाय पर निर्भर हैं उनके लिये तो जान पर आन पडी है क्यूँकि इनके परिवार का भरण पोषण साल भर इसी कमाई के जरिये चलता है। चार दिन बाद श्री गणेश प्रतिमा स्थापित की जानी है और कोई भी मूर्ति अभी बिल्कुल तैयार नहीं है। मूर्तिकार सरमन का कहना है कि हमने अपने घर के कूलर और पंखे भी इन मूर्तियों को सुखाने रखे हुए हैं लेकिन इनसे भी मूर्तियों पर कोई फर्क पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है। कुल मिलाकर यदि बारिश नहीं रूकी तो आने वाले गणेश चर्तुथी से श्री गणेश चर्तुदशी अनंत चौदस तक होने वाली रौनक फिकी पड़ सकती है।