राशन दुकान संचालक अपने हिसाब से राशन बांट रहे हैं। दुकानों पर लगे बोर्ड पर भी उल्लेख नहीं किया जा रहा है कि ग्राहकों को इस महीने कितना राशन मिलेगा। ग्राहक संचालकों की मनमानी का शिकार हो रहे हैं अफसर ग्राहकों की सुन ही नहीं रहे हैं।
शहर में 64 राशन दुकानें हैं। इनमें हर महीने 1 लाख से ज्यादा राशन कार्डधारी राशन लेते हैं। प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज और एक किलो चना दाल वितरण के आदेश हैं किसी राशन दुकान पर 40 किलो अनाज दिया जा रहा है तो किसी पर 30 किलो अनाज दिया जा रहा है। चने की दाल की जगह चने दिए जा रहे हैं। आधी से ज्यादा राशन दुकानों पर चने ग्राहकों को दिए ही नहीं। टाटानगर निवासी अनिल सोलंकी ने बताया दुकानों पर अपने हिसाब से राशन दिया जा रहा है। प्रति व्यक्ति 5 किलो अनाज देने का नियम है। लेकिन चार किलो दिया जा रहा है। जिला आपूर्ति विभाग को हर महीने राशन वितरण की सूची जारी करना चाहिए कि इस महीने कितना अनाज और कितनी दाल राशन दुकान पर मिलेगी। ताकि ग्राहक राशन दुकान संचालकों से राशन मांग सकें। अभी यदि कोई ग्राहक राशन दुकान संचालकों को बोलता है कि सरकार ने 20 किलो चावल देने के आदेश दिए हैं। आप 10 किलो ही दे रहे हैं तो बोलते हैं। हमारे पास यही आदेश है। इससे जिला आपूर्ति विभाग को आदेश सार्वजनिक करना चाहिए। हाकिमवाड़ा के जुझारसिंह ने बताया राशन दुकान पर 20 तारीख बाद सामान दिया जाता है। लेकिन उसमें भी दुकान संचालक मनमानी करते हैं दो दिन ही सामान देते हंै। इसमें भी छुट्टी आ जाती है तो परेशानी होती है। वहीं दुकान पर लगे बोर्ड पर भी उल्लेख नहीं रहता है।
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