दबंग रिपोर्ट शिवपुरी-
शिवपुरी शहर की फिजा में जहर घोलने बालों पर अभी तक कोई ठोस कार्यवाही देखने को नहीं मिली है जिसका नतीजा है कि शहर में अलग-अलग प्रकार से कई प्रकार के अपराध घटित हो रहे हैं लेकिन क्या ब्यवस्था की कड़ी अब इतनी कमजोर हो चुकी है कि अपराधों को अलग-अलग श्रेणियां प्रदान करने के उपरान्त उन पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है। शहर में चहुं ओर आये दिन कई घटनाऐं घटित हो रही हैं जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अपराधी की ओर इशारा करती हैं लेकिन ब्यवस्था की आखों पर पढ़ी पट्टी और हाथों में पढ़ी बेड़िया उसे जानते समझते हुऐ भी कुछ करने नहीं देतीं, अर्थात जो हो रहा है होने दो की तर्ज पर शहर में आये दिन कई प्रकार के अपराध घटित होते ही जा रहे हैं यह सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है ।
अगर बात ताजा हालातों की करें तो अभी स्मैक से शहर की फिजा में फैले जहर की चपेट में आने से हुई दुखद मौतों को अभी शहर भुला भी ना पाया होगा कि अब डंडा बैक मौत का कहर बनकर सामने आने लगा है हालांकि यह कारोबार भी शहर में स्मैक की भांति ही अपनी गहरी जड़ें जमा चुका है और यही नहीं बल्कि इस कारोबार को भी शहर के सेबकों ने सींचकर यह स्वरूप प्रदान किया है जो आज मौत बनकर बेखौफ शहर में घूम रहा है लोगों को अपना शिकार बना रहा है, जिसे केबल हाथ पर हाथ घरे देखता ब्यवस्था तंत्र क्या किसी बड़ी महामारी फैलने का इंतजार कर रहा है ।
डंडा बैक का यह कारोबार आज शिवपुरी शहर के कोने में ही नहीं बल्कि सभी अन्य शहरों गांवों में भी बेखौफ चल रहा है जिसके कारण आये दिन कई लोग अपनी जीवन लीला को अलविदा कहने पर मजबूर हो रहे हैं, समय रहते इस विषय को गंभरता से लिये जाने तथा इस पर कड़ाई से कार्यवाही की आवश्यक्ता है अन्यथा समाज की भावी पीढ़ी इस भंवर में फंसकर पूर्णतः बर्बाद होने की कगार पर आ सकती है।