असुविधा- बेखौफ संचालित अबैध मैरिज गार्डन,स्थानीय प्रशासन फैल,जिलाधीश करें कार्यवाही

दबंग रिपोर्ट कोलारस-
कोलारस नगर में विगत कई वर्षों से संचालित लगभग एक दर्जन मैरिज गार्डन शासन की सभी गाईड लाईनों की झज्जियाॅ उड़ाते नजर आ रहे हैं जिन पर पूर्व में भी स्थानीय प्रशासन द्वारा औपचारि रूप से कार्यवाहीयाॅ की जाती रही हैं किन्तु स्थिति में कोई सुधार लाने के लिये सख्त रवैया अपनाने की आवश्यक्ता है लेकिन स्थानीय प्रशासन का इस विषय पर चुप्पी साधना और इन मैरिज र्गाउन संचालकों को अभयदान देना शासन की मंशा को सबालों के घेरे में खड़ा करता नजर आ रहा है यहाॅ बताना लाजमी होगा कि नगर में संचालित लगभग एक दर्जन मैरिज गार्डनों में से शायद ही ऐसा कोई गार्डन हो जिसमें सभी मूलभूत सुविधाऐं उपलब्ध हों, यहां तक कि सबसे अह्म सुविधा जो कि पार्किंग ब्यवस्था की है बह भी यहाॅ न होने के चलते आये दिन सड़कों पर बाहन खड़े रहते हैं जो कि सड़क जाम का कारण बनते हैं इसके बाद आम राहगीरों को आने बाली समस्याओं का अंदाजा लगाया जा सकता है। जबकि शासन की गाईड लाइन अनुसार शहर/नगर में संचालित मैरिज गार्डनों के पास लगभग 35 प्रतिशत हिस्सा पार्किंग हेतु आरक्षित होना अनिवार्य है तथा उक्त स्थान पर बकायदा पार्किंग दर्शाने बाला साइन बोर्ड लगा होना चाहिऐ इसके अलावा मैरिज गार्डन व पार्किग के द्वार भी प्रथक-प्रथक होना अनिवार्य है। इसके अलाबा इन मैरिज गार्डनों में आयोजित होने बाले किन्हीं कार्यक्रमों में स्वागत आदि मुख्य द्वारा पर न होकर भीतर ही किया जाना चाहिऐ। जिससे किसी भी प्रकार से सड़कों पर जाम की स्थिति निर्मित न होने पाये, केवल इतना ही नहीं बल्कि अन्य भी कई नियम हैं जो कि इन मैरिज गार्डनों होटलों आदि पर लागू होते हैं जिनका उलंघन करने पर दण्ड का प्राबधान भी निहित है लेकिन यहां सबसे बड़ी और आश्चर्यजनक बात तो यह है कि शासन के कोई भी नियम निर्देश कोलारस नगर में लागू नहीं होते हैं जिनके चलते विगत वर्षों से लेकर आज तक नगर में संचालित होने बाले मैरिज गार्डन सभी नियम-निर्देशों को ताक पर रखकर बदस्तूर संचालित हो रहे हैं।जिन्हें स्थानीय प्रशासन मूक दर्शक बनकर देख रहा है।
बिना पंजीयन संचालित है मैरिज गार्डन-
नगर में संचालित मैरिज गार्डनों के पंजीयन के संबंध में पूर्व में कई बार समाचार पत्रों में समाचार प्रकाशित किये गये तथा जिम्मेदार विभागों से जानकारी भी चाही गई है लेकिन इसके जबाब में जो सामने आया बह हैरान कर देने बाला था कि जिम्मेदारों को ही खबर नहीं थी कि आखिर नगर में कितने मैरिज गार्डन और किन-किन स्थानों पर संचालित हैं अर्थात जिम्मेदार विभाग के पास इस संबंध में कोई जानकारी ही नहीं है ऐसे में पंजीयन प्रक्रिया तो बहुत दूर की बात होगी।
अब जिला कलेक्टर करें समस्या का समाधान-
नगर में अव्यवस्थित मैरिज गार्डनों के संचालन से उत्पन्न होने बाली इन समस्याओं को जिस प्रकार स्थानीय प्रशासन द्वारा नजर अंदाज किया जाता रहा है इसके परिणामस्वरूप हर वर्ष शादी विवाह के सीजन में सड़कों पर जाम की स्थित निर्मित होना आम बात सी होती है जिसके चलते आये दिन किन्हीं प्रकार के बाद-विवाद भी उत्पन्न होते हैं इसके अलावा सड़कों पर अव्यवस्थित खड़े सैकड़ों बाहनों के कारण चोरी-चकारी जैसी बारदातों का होना भी आम हो जाता है इन सब समस्याओं से नगर का माहौल तो खराब होता ही है तथा असुविधा भी बहुत होती है ।
चूंकि अभी शादी-विवाह का सीजन आरम्भ हो चुका है और कहा जा सकता है कि हर बार की भांति ही इस बार भी स्थानीय प्रशासन द्वारा इस मामले में रूचि न दिखाने के चलते माहौल पूर्व की तरह ही होगा, जो कि कहीं से भी न्याय संगत नहीं है अतः उक्त मामले को जिलाधीश महोदया को संज्ञान में लाकर सम्पूर्ण जिले में संचालित सभी मैरिज गार्डनों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर स्थानीय प्रशासन को भी सख्त रवैया अपनाने हेतु निर्देशित किया जाना चाहिऐ जिससे इस बार किसी प्रकार से कोई असुविधा आमजन को न हो तथा क्षेत्रों में माहौल भी शांतप्रिय बना रहे।
Dabang News

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